
कभी-कभी कोई छोटी-सी बात दिल को छू जाती है और दिखा देती है कि असली खुशियां कागजों या दस्तावेज़ों में नहीं, बल्कि अपनाए जाने के एहसास में होती हैं. कुछ ऐसा ही हुआ जब एक रूसी महिला को भारत का OCI (ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया) कार्ड मिला. ये कोई फिल्मी सीन नहीं था, लेकिन उस पल में जो इमोशन था वो किसी सीन से कम भी नहीं था. महिला अपने बच्चे को गोद में लिए खुशी से झूम रही थी, कैमरे के सामने मुस्कुरा रही थी और कह रही थी.. “अब मैं लगभग भारतीय हूं.”
वीडियो में उसका चेहरा देख के लग रहा था जैसे किसी लंबी जद्दोजहद के बाद मंजिल मिल गई हो. आंखों में आंसू थे, लेकिन वो भी खुशी वाले. जैसे किसी ने उसका इंतजार, उसकी मेहनत, और इस देश से उसका लगाव सब कुछ एक मुहर से मान लिया हो. और फिर क्या था, सोशल मीडिया पर यह वीडियो छा गया. लोग मरीना की खुशी से खुद भी खुश हो गए और इंटरनेट पर प्यार की एक लहर सी चल पड़ी.
OCI कार्ड मिलने के बाद फूले नहीं समाई रूसी महिला
एक रूसी महिला को जब भारत में ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड मिला, तो उसकी खुशी देखने लायक थी. तीन साल से ज्यादा इंतजार के बाद जैसे ही उसे ये कार्ड मिला, उसने अपने बच्चे को गोद में लेकर एक प्यारा सा वीडियो बनाया. वीडियो में वो मुस्कुराते हुए कहती है… “मुझे मिल गया! अब मैं लगभग भारतीय हूं.” और फिर अपने बच्चे को प्यार से चूम लेती है. इस वीडियो ने इंटरनेट पर आग लगा दी है. लोग मरीना खरबानी नाम की इस महिला की सादगी और खुशी देखकर भावुक हो गए हैं. वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर होते ही वायरल हो गया. जिस पर अब सोशल मीडिया यूजर्स तरह तरह के रिएक्शन दे रहे हैं.
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यूजर्स ने भी दी बधाई
मरीना का कहना है कि उसने साढ़े तीन साल तक लगातार आवेदन, कागजात और फॉलो-अप किया. वो मेघालय के शिलॉन्ग में अपने भारतीय पति और परिवार के साथ रहती है. अब उसका सपना है कि उसके बच्चे को भी जल्द ही OCI कार्ड मिल जाए. वीडियो को अब तक लाखों लोगों ने देखा है तो वहीं कई लोगों ने वीडियो को लाइक भी किया है. ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को लेकर तरह तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा…आपका भारतीयों से लगाव सबसे बड़ी चीज है. एक और यूजर ने लिखा…आपको भारतीय होने के लिए किसी कार्ड की जरूरत नहीं, दिल से मोहब्बत ही काफी है.
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