
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2.4 फीसदी बढ़कर 19,407 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में उसके रिटेल और तेल कारोबार में सुधार हुआ। इसके पहले एनालिस्ट्स का अनुमान था कि वैश्विक स्तर पर दबाव के कारण कंपनी के तेल कारोबार में सुस्ती देखने को मिल सकती है, लेकिन नतीजे अलग रहे हैं। आरआईएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 19,407 करोड़ रुपये यानी प्रति शेयर 14.34 रुपये रहा। इससे एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 18,951 करोड़ रुपये यानी 14 रुपये प्रति शेयर था।
एबिटडा में हुआ इजाफा
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 18,540 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया था। वहीं, कंपनी का परिचालन राजस्व बढ़कर 2.6 लाख करोड़ रुपये हो गया है। जबकि जनवरी-मार्च 2024 में यह 2.4 लाख करोड़ रुपये था। चौथी तिमाही में कंपनी का एबिटडा सालाना आधार पर 3.6 फीसदी बढ़कर 48,737 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 47,050 करोड़ रुपये था। चौथी तिमाही में कंपनी का एबिटडा मार्जिन 16.9 प्रति शेयर रहा है। यह एक साल पहले के 17.8 से 0.90 आधार अंक कम है।
25.7% बढ़ा जियो का मुनाफा
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 25.7 प्रतिशत बढ़कर 7,022 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि उसका मुनाफा मुख्य रूप से प्रति यूजर औसत राजस्व बढ़ने के कारण बढ़ा। कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 5,587 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। मार्च तिमाही के दौरान जियो प्लेटफॉर्म्स का प्रति यूजर औसत राजस्व 13.5 प्रतिशत बढ़कर 206.2 रुपये रहा, जो मार्च, 2024 तिमाही में 181.7 रुपये था।
शेयर का हाल
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुआ है। कंपनी का शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 0.12 फीसदी या 1.60 रुपये की गिरावट के साथ 1300 रुपये पर बंद हुआ है। इस शेयर का 52 वीक हाई 1608 .95 रुपये है। वहीं, 52 वीक लो 1115.55 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 17,59,276.14 करोड़ रुपये है।