
Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर नरमी दिखाते हुए उस पर लगे 145 परसेंट टैरिफ को कम करने का फैसला लिया है. अब चीन की सरकार भी कुछ अमेरिकी आयातों पर 125 परसेंट टैरिफ को हटाए जाने पर विचार कर रही है क्योंकि दोनों देशों के बीच छिड़ी इस ट्रेड वॉर का असर कुछ उद्योगों पर गहरा पड़ रहा है, उन पर खर्च अधिक बैठ रहा है.
इन चीजों पर चीन हटा सकता है टैरिफ
गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले से परिचित लोगों ने बताया है कि चीन चिकित्सा उपकरणों और इथेन जैसे कुछ इंडस्ट्रियल केमिकल्स पर टैरिफ हटाने का सोच रहा है. इसी के साथ चीनी अधिकारी लीज पर लिए विमानों पर से भी टैरिफ को हटाए जाने पर चर्चा कर रहे हैं.
कई दूसरे एयरलाइंस की तरह, चीन का भी सभी एयरक्राफ्ट पर मालिकाना हक नहीं है. कुछ जेट विमानों के इस्तेमाल के लिए तीसरे पक्ष की कंपनियों को लीज पेमेंट का भुगतान करना पड़ता है- टैरिफ के चलते इन पर खर्च अब अधिक बैठ रहा है. इससे पहले ट्रंप ने चीन पर लगाए गए 145 परसेंट टैरिफ से इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों को बाहर रखा था.
कई चीनी इंडस्ट्रीज अमेरिकी आयातों पर निर्भर
दुनिया की इन दो अर्थव्यवस्थाओं के बीच ट्रेड वॉर छिड़ने से कई बड़े उद्योग ठप्प हो गए हैं. अमेरिका चीन से कहीं ज्यादा सामानों का आयात करता है. बीजिंग भी उन अमेरिकी आयातों से टैरिफ हटाने का सोच रहा है, जिस पर उसके यहां की बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रीज निर्भर हैं. जैसे कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा प्लास्टिक मैन्युफैक्चरर है, लेकिन इसकी कुछ फैक्ट्रियां ईथेन पर निर्भर हैं. इसे मुख्य रूप से अमेरिका से आयात किया जाता है.
इसी तरह से चीन के कई अस्पताल भी GE हेल्थकेयर टेक्नोलॉजीज इंक जैसी अमेरिकी कंपनियों के बनाए गए मेडिकल इक्विपमेंट जैसे कि अल्ट्रासाउंड मशीन, मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग पर निर्भर करते हैं. हालांकि, अमेरिकी आयात से टैरिफ हटाए जाने के सवालों पर चीनी वित्त मंत्रालय या कस्टम डिपार्टमेंट ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
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