
Sports News: यूपी में प्रयागराज की मुस्कान यादव पिछले 10 सालों से टेनिस में करियर बना रही हैं. वह इन 10 सालों में 5 मेडल जीत चुकी हैं. ग्रेटर नोएडा में साउथ एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. मुस्कान बताती …और पढ़ें

मुस्कान यादव
- मुस्कान यादव ने साउथ एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीता.
- मुस्कान ने अब तक 5 मेडल जीते हैं.
- मुस्कान इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं.
प्रयागराज: आजकल के युवाओं में क्रिकेट का जुनून सबसे अधिक देखा जाता है. इसके बावजूद भी कुछ युवा ऐसे भी हैं, जो ओलंपिक से जुड़े बेहतरीन खेले को लेकर अपना करियर बनाने को लेकर आगे बढ़ते हैं. इस कड़ी में प्रयागराज की मुस्कान यादव भी हैं. वह पिछले 10 सालों से टेनिस में अपना करियर बना रही हैं. वह कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं.
मुस्कान जीत चुकी हैं 5 मेडल
पिछले 10 सालों से टेनिस में अपना करियर बना रही मुस्कान यादव हाल ही में ग्रेटर नोएडा में आयोजित साउथ एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है. वहीं, इंडियन इंटरनेशनल गेम में सिल्वर मेडल जीता. लोकल 18 से बात करते हुए मुस्कान यादव बताती है कि थाइलैंड में आयोजित गेम में वह तीन मेडल जीत चुकी हैं. इस प्रकार व अभी तक कुल 5 मेडल अपने नाम कर चुकी हैं.
वहीं, आगे चलकर वह अपनी मेहनत के द्वारा देश को कई और मेडल दिलाने की कोशिश करेंगी. मुस्कान प्रयागराज में स्थित म्योहाल स्टेडियम में बचपन से ही अभ्यास करती आ रही है. जहां पहले उनके कोच बृजेश सोनी थे, लेकिन उनका अब ट्रांसफर हो गया. अब उनकी जगह पर कोच अरविंद सोनकर प्रशिक्षण दे रहे हैं.
मम्मी-पापा और दोस्त करते हैं सपोर्ट
मुस्कान ने बताया कि यह मेडल प्लेट पर सजी हुई नहीं मिली. इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी है. वह पिछले 10 सालों से पसीना बहा रही हैं, जिसमें उनके माता-पिता का पूरा योगदान है. वह बताती हैं कि हम मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. जहां हमारे पिता मिठाई की दुकान चला कर मुझे इस लायक बनाया. वहीं, हमारे दोस्त भी हर कदम पर हमारा साथ देते हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कर रही हैं पढ़ाई
बता दें कि मुस्कान 4 बहन और 2 भाई में सबसे छोटी हैं. वह बताती हैं कि उनके मम्मी-पापा इतना सपोर्ट करते हैं कि लेट नाइट तक प्रेक्टिस करके वापस घर जाओ तो भी सपोर्ट ही करते हैं. उन्हें समाज के लोगों की सोच से फर्क नहीं पड़ता है. बता दें कि इन दिनों मुस्कान इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन कर रही हैं, जिसमें विश्वविद्यालय की ओर से इनको बहुत सहयोग किया जाता है.