

आईफोन 16
Apple ने दुनियाभर के करोड़ों iPhone यूजर्स के लिए नई वॉर्निंग जारी की है। अपनी वॉर्निंग में एप्पल ने यूजर्स को अपने आईफोन डिवाइस से गूगल के सबसे लोकप्रिय ब्राउजर यानी Google Chrome को डिलीट करने के लिए कहा है। हालांकि, एप्पल ने इशारों-इशारों को यूजर्स को दिए संदेश में बताया कि गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करने से उनका निजी डेटा सुरक्षित नहीं रहेगा और हैकर्स तक पहुंच सकता है। यूजर्स को क्रोम ब्राउजर की जगह कोई अल्टर्नेटिव वेब ब्राउजर इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
Chrome ब्राउजर हटाने की सलाह
रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल ने एक यूट्यूब वीडियो पोस्ट करके यूजर्स को इशारों में गूगल क्रोम ब्राउजर को अपने डिवाइस से हटाने के लिए कहा है। अपने वीडियो में एप्पल ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस ब्राउजर से हैकर्स को आपके डेटा का एक्सेस मिल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल अपने क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी ट्रैकिंग कुकीज को हटाने के अपने वादे से पीछे ङटा है, जिसके बाद एप्पल ने वीडियो संदेश में यूजर्स को इस खतरे से आगाह किया है।
इस वजह से लिया फैसला
बता दें कि गूगल क्रोम ब्राउजर कुकीज यूजर्स की ऑनलाइन एक्टिविटी को ट्रैक करते हैं, जिसका फायदा वेबसाइट्स के साथ-साथ एडवर्टाइजर्स को होता है। गूगल को इसके बदले मोटा रेवेन्यू मिलता है। एप्पल ने अपने वीडियो के जरिए यह दर्शाया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करने से यूजर्स की वो हर एक्टिविटी ट्रैक होगी, जो वो ऑनलाइन एक्सेस करते हैं।
इससे पहले गूगल ने वादा किया था कि क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी कुकीज को हटाया जाएगा, लेकिन अप टेक कंपनी ने अपना फैसला बदल लिया है। इसकी वजह से क्रोम ब्राउजर अब यूजर्स के लिए खतरनाक बन गया है। ऐसे में एप्पल का यह वीडियो यजूर्स को इनडायरेक्ट तरीके से सफारी ब्राउजर में शिफ्ट होने के लिए प्रेरित करने वाला है।
गूगल ने क्रोम ब्राउजर से थर्ड पार्टी कुकीज को हटाने वाले फैसले को डर की वजह से बदला है। कंपनी को यह डर था कि इस वजह से उसके ऐडवर्टाइजर्स कम होंगे और कमाई पर भी असर होगा। हालांकि, ट्रैकिंग कुकीज खतरनाक नहीं होती है। इससे फाइनेंशियल फ्रॉड का ज्यादा खतरा नहीं होता है लेकिन इसकी वजह से यूजर्स की प्राइवेसी बड़े पैमाने पर प्रभावित हो सकते हैं।
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