
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असर सिर्फ पहलगाम में ही नहीं बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है। जम्मी कश्मीर के पहलगाम में जहां आतंकी हमला हुआ है, उसके बाद से जम्मू कश्मीर के पहलगाम का हाल बदला हुआ है। इसका असर पहलगाम के टूरिज्म पर देखने को मिल रहा है।
एक दिन पहले जहां पूरा पहलगाम पर्यटकों से गुलजार था वहीं अब हर तरफ सन्नाटा पसरा पड़ा है। पहलगाम की सड़कें सुनसान है। आतंकी हमला होने के बाद बुधवार से ही पहलगाम में लोग ना के बराबर दिख रहे है। हालांकि सुरक्षा बनी रहे इसलिए सुरक्षा बल के जवान लगातार दिख रहे है। पहलगाम के सभी बाजार बंद हो गए है। पहलगाम का नजारा देखकर लॉकडाउन की याद आ रही है।
बता दें कि ऐसा हाल रहा तो जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग में भी असर देखने को मिलेगा। पर्यटन उद्योग जो वर्ष 2030 तक 30 हजार करोड़ रुपये की इकॉनोमी बनाने का लक्ष्य रखा गया था। वहीं इस आतंकी हमले के बाद ये शुन्य पर पहुंचने कगार पर आ गया है। स्थानीय लोग इस हमले के बाद बेहद खौफ में है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटकों पर ये हमला नहीं हुआ बल्कि कश्मीर की खुशहाली पर ये प्रहार हुआ है।
जम्मू कश्मीर की कुल इकोनॉमी में पर्यटन आठ फीसदी की भागीदारी देता है। वर्ष 2024-25 में राज्य की जीडीपी सात फीसदी की दर से आगे बढ़ रही थी। इसमें सबसे तेज गति से पर्यटन आगे बढ़ रही थी। आतंकियों ने बैसरन में 28 पर्यटकों को आतंकियों ने उन लोगों को निशाना बनाया जो गैर मुस्लिम थे। आतंकी हमले में स्थानीय युवक की मृत्यु की भी खबर है। पर्यटकों को बचाने में युवक को आतंकियों ने गोली मार दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैसरन में हुए आतंकी हमले के बाद पहलगाम में लगभग सभी होटल खाली हो गए है। पहलगाम में किसी भी नए पर्यटक वाहन को एंट्री नहीं दी गई है।
उड़ानें हुई रद्द
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ट्रैवल एजेंसियों ने आंकड़ा जारी कर बताया कि आतंकी हमले के बाद 90 फीसदी जम्मू की फ्लाइट्स को लोगों ने रद्द कर दिया है। एविएशन मिनिस्ट्री की मानें तो 23 अप्रैल की सुबह से दोपहर तक 20 फ्लाइट्स में से 3,337 यात्री श्रीनगर से वापल अपने घर लौटे है। इस दौरान यात्रियों ने इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट की फ्लाइट पकड़कर घर वापसी की है। सिर्फ पहलगाम ही नहीं बल्कि अन्य जगहों से भी यात्री घर लौट रहे है।