
आज हर कोई इंसान स्ट्रेस से गुजर रहा है. किसी को पढ़ाई का स्ट्रेस है, कोई वर्क प्रेशर के दबाव में है तो कोई अपने रिलेशनशिप से परेशान हैं. ऐसे में बॉडी में एक हार्मोन को बढ़ाने की सख्त जरूरत है जिससे खुशी का एहसा…और पढ़ें

How to increase oxytocin for happiness: जिंदगी आसान नहीं है. कभी खुशी के मौके आते हैं तो कभी गम के. आजकल जब से लोग डिजिटल हुए हैं और लाइफस्टाइल में बदलाव आया है तब से अधिकतर लोग परेशान और उदास रहने लगे हैं. जब निगेटिव इमोशन बढ़ जाते हैं तो इसका असर मेंटल हेल्थ पर पड़ने लगता है. ऐसे में बॉडी में ऑक्सीटोसिन नाम के हार्मोन को बढ़ाने की सख्त जरूरत है.
क्या है ऑक्सीटोसिन हार्मोन
मनोचिकित्सक प्रियंका श्रीवास्तव कहती हैं कि ऑक्सीटोसिन हार्मोन एक लव हार्मोन है. इसे कडलिंग हार्मोन भी कहते हैं. यह हार्मोन पॉजिटिव इमोशन, सोशल बॉन्डिंग और भरोसे को बढ़ाता है. अगर कोई व्यक्ति तनाव में होता है तो उसके शरीर में कॉर्टिसोल नाम का स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है जो उसे एंग्जाइटी और डिप्रेशन से घेर लेता है लेकिन अगर बॉडी में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का लेवल बढ़ जाए तो एंग्जाइटी कम होती है, तनाव दूर होता है और व्यक्ति खुश, शांत और पॉजिटिव महसूस करता है. इसे बढ़ाने के कई तरीके हैं.
पार्टनर से इंटिमेट होना
जब कोई व्यक्ति अपने पार्टनर को छूता है, किस करता है या हग करता है तो इस हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है. यहीं नहीं अगर पार्टनर अपने साथी का घर के कामों में हाथ बंटवाए, उनसे बातचीत करे, उनके साथ वक्त बिताए तो तब भी ऐसा होता है. पार्टनर के आई लव यू बोलने से भी इसी तरह का एहसास होता है.
नई मां को बच्चा देता खुशी
अगर कोई नई मां है, जब वह अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराती है तो तब भी ऑक्सिटोसिन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है और मां को बच्चे पर ज्यादा प्यार आता है.
पेट्स के साथ खेलना
पेट्स लोगों के लिए जानवर नहीं बल्कि उनके घर के सदस्य होते हैं. कई रिसर्च में यह साफ कहा जा चुका है कि पालतू जानवर मालिक को तनाव से दूर रखते हैं. इसके पीछे का कारण ऑक्सीटोसिन हार्मोन ही है. जब कोई व्यक्ति पेट्स के साथ खेलता है, उन्हें गोद में लेकर पुचकारता है, उनसे बातें करता है तो ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या दूर रहती है.
आंखों में आंखें डालकर बात करना
ऑक्सीटोसिन हार्मोन ट्रस्ट को बढ़ाता है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति आंखों में आंखें डालकर बात करता है, हर बात को ध्यान से सुनता है, गहराई से बातों पर विचार करता है या कोई थैंक्स भी बोल दें, तो चेहरा खिल जाता है क्योंकि इन चीजों से सामने वाले व्यक्ति को इज्जत मिलती है, प्यार मिलता है इसलिए ऑक्सीटोसिन बढ़ जाता है.