
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए, जिसके बाद पड़ोसी मुल्क बैखला गया. इस बीच भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपनी ताकत भी दिखाई, जिससे पाकिस्तान को एक युद्ध का डर सता रहा है. भारत और जर्मनी में पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित अली ने शहबाज सरकार को चेतावनी दी है.
अब्दुल बासित अली ने कहा कि पहलगाम में हाल ही में हुए हमले के बाद भारत कुछ दिनों के भीतर पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकता है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पाकिस्तानी सरकार को चेताया कि वे आने वाले समय में कानून-व्यवस्था में अस्थिरता के लिए तैयार रहें. उन्होंने 2016 के उरी और 2019 के पुलवामा हमलों के बाद भारत की पिछली कार्रवाइयों का भी जिक्र किया.
बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सीमा पार से कभी भी हमले हो सकते हैं. उन्होंने कहा, “हमारी सीमा के भीतर भी इस तरह के हमले हो सकते हैं, जिसके बाद भारत दावा करेगा कि उन्होंने लॉन्च पैड और आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया है. चाहे एक हफ्ते में हो या 15 दिन में कुछ न कुछ तो होगा ही.”
सिंधु जल संधि को रद्द करने के संबंध में फिलहाल कोई कूटनीतिक समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार से बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादी कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने कहा, “सिंधु जल संधि को न तो समाप्त किया जा सकता है, न ही निलंबित किया जा सकता है, न ही एकतरफा संशोधन किया जा सकता है.”
ब्दुल बासित अली ने पाकिस्तान सरकार ने आग्रह किया है कि वे सिंधु जल संधि के मध्यस्थ और गारंटर विश्व बैंक से संपर्क करे और एक मजबूत कूटनीतिक प्रतिक्रिया तैयार करे.
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