
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) की शीर्ष संस्था ICAI संकटग्रस्त जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड और ब्लूस्मार्ट मॉबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के वित्त वर्ष 2023-24 के फाइनेंशियल स्टेटमेंट की समीक्षा करेगा। ICAI (भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान) के अध्यक्ष चरणजोत सिंह नंदा के मुताबिक दोनों कंपनियों के फाइनेंशियल स्टेटमेंट की समीक्षा करने का फैसला बुधवार को आईसीएआई के वित्तीय रिपोर्टिंग समीक्षा बोर्ड (FRRB) की बैठक में लिया गया। बताते चलें कि जेनसोल इंजीनियरिंग कथित रूप से धन की हेराफेरी और कामकाज में खामियों के लिए नियामकीय जांच का सामना कर रही है।
कंपनियों के वित्तीय विवरणों की समीक्षा करता है एफआरआरबी
शेयर बाजार नियामक सेबी ने पिछले हफ्ते कंपनी के प्रोमोटरों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को कई नियम और कानून के उल्लंघनों के लिए सिक्यॉरिटी मार्केट से बैन कर दिया था। चरणजोत सिंह नंदा ने पीटीआई के साथ बातचीत में कहा कि FRRB ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए जेनसोल इंजीनियरिंग और ब्लूस्मार्ट मॉबिलिटी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट और वैधानिक लेखा परीक्षक (Statutory Auditor’s) की रिपोर्ट की समीक्षा करने का फैसला किया है। एफआरआरबी कंपनियों के वित्तीय विवरणों की समीक्षा करता है, ताकि लेखांकन मानकों, लेखा परीक्षा के मानकों, कंपनी अधिनियम, 2013 की अनुसूची दो और तीन के अनुपालन का आकलन किया जा सके।
कंपनी के प्रोमोटरों पर लोन के पैसों का निजी इस्तेमाल करने का आरोप
इसके अलावा, एफआरआरबी भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए लेखांकन और लेखा परीक्षा पर अलग-अलग गाइडेंस नोट्स और मास्टर सर्कुलर/डायरेक्शन के अनुपालन का आकलन करता है। अगर फाइनेंशियल स्टेटमेंट में गंभीर अकाउंटिंग गड़बड़ियां पाई जाती हैं तो मामले को विस्तृत जांच के लिए आईसीएआई के डायरेक्टर डिसीप्लीन और संबंधित रेगुलेटर्स को भेजा जाएगा। बताते चलें कि जेनसोल के प्रोमोटरों पर अपनी सार्वजनिक रूप से लिस्ट कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग द्वारा लिए गए लोन के पैसों का निजी इस्तेमाल करने का आरोप है।
इस पूरे मामले में 21 अप्रैल को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने कहा था कि वे कंपनी के खिलाफ बाजार नियामक सेबी के आदेश की जांच करने के बाद जेनसोल इंजीनियरिंग मामले में आगे की जरूरी कार्रवाई करेगा।