
पोप का अपार्टमेंट अपोस्टोलिक पैलेस की तीसरी (सबसे ऊपरी) मंजिल पर स्थित है. जहां पुराने पोप रहते थे वो अपार्टमेंट करीब 3000 वर्ग मीटर का है. पोप जहां रहते हैं उसमें एक चैपल, कई कार्यालय, पोप का बेडरूम, एक डाइनिंग रूम, रसोई, सचिवों और घरेलू कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त कमरे हैं. 1903 में सेंट पायस दशम वहां रहने वाले पहले पोप बने. इस अपार्टमेंट को 1964 में पोप पॉल VI द्वारा फिर से पूरी तरह से तैयार किया गया. उसके बाद आने वाले हर पोप के कार्यकाल में इसमें कई संशोधन किए गए.
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प्रशासनिक केंद्र भी है अपोस्टोलिक पैलेस
पोप का निवास होने के अलावा अपोस्टोलिक पैलेस वेटिकन सिटी के प्रशासनिक केंद्र के रूप में भी काम करता है. इसमें कैथोलिक चर्च, निजी और सार्वजनिक चैपल, वेटिकन संग्रहालय और वेटिकन लाइब्रेरी के विभिन्न कार्यालय हैं. जिसमें माइकल एंजेलो की उत्कृष्ट कृति वाला प्रसिद्ध सिस्टिन चैपल भी शामिल है. कई मायनों में यह व्हाइट हाउस की तरह काम करता है. न केवल एक निवास बल्कि शासन का केंद्र.

अपोस्टोलिक पैलेस में अपार्टमेंट.
भव्य पैलेस में नहीं रहे पोप फ्रांसिस
जब कार्डिनल जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो मार्च 2013 में पोप फ्रांसिस बने तो उन्होंने पोप के अपार्टमेंट में रहने से इनकार करके वेटिकन को चौंका दिया. इसके बजाय उन्होंने डोमस सैंक्टे मार्था (सेंट मार्था हाउस) में रहना चुना. ये वेटिकन का वो गेस्टहाउस हैं जहां कॉन्क्लेव के दौरान कार्डिनल रुकते हैं. पोप फ्रांसिस के इस निर्णय ने एक सदी से भी अधिक पुरानी परंपरा को तोड़ दिया. लेकिन ये बर्गोग्लियो के अतीत से परिचित लोगों के लिए पूरी तरह से आश्चर्यजनक नहीं था. ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप के रूप में उन्होंने इसी तरह भव्य बिशप पैलेस में रहने से इनकार कर दिया था. तब उन्होंने अपने रहने के लिए एक मामूली क्वार्टर पसंद किया और अक्सर अपना खाना खुद ही पकाया.
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सेंट मार्था हाउस में रहे पोप फ्रांसिस
सेंट मार्था हाउस अपोस्टोलिक पैलेस की भव्यता के बिल्कुल विपरीत है. सेंट मार्था हाउस 1996 में जॉन पॉल द्वितीय के पोप काल के दौरान गरीबों के लिए एक प्राचीन धर्मशाला के स्थान पर निर्मित पांच मंजिला इमारत है. ये पोप के निवास से ज्यादा एक मामूली होटल की तरह दिखती है. वेटिकन सिटी में सेंट पीटर बेसिलिका के बगल में स्थित यह मुख्य रूप से पादरियों के लिए एक गेस्टहाउस के रूप में कार्य करती है. ये एक सादा और साधारण कमरों वाला भवन है.

अपोस्टोलिक पैलेस की भव्यता.
बेहद साधारण आवास में रहे पिछले पोप
पोप फ्रांसिस शुरू में कमरा नंबर 207 में रुके, जिसे उन्हें अन्य कार्डिनल्स के साथ आवंटित किया गया था. बाद में वह सुइट 201 में चले गए, जो लगभग 538 वर्ग फीट जगह वाला थोड़ा बड़ा आवास था. जिसमें पोप एक सिंगल सुइट में रहते थे. उनके सुइट में एक बेडरूम, छोटा बैठक कमरा और प्रार्थना करने की जगह है. सुइट में कुछ कुर्सियां, एक सोफा, एक डेस्क, एक किताबों की अलमारी और एक क्रूसीफिक्स है. साथ ही बेडरूम में एक गहरे रंग का लकड़ी का बेड, अलमारी और नाइटस्टैंड है. पोप फ्रांसिस के कमरे में बुनियादी जरूरतों का सामान रखा गया था.
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पोप को मिलता है कितना स्टॉफ
पोप के पास आमतौर पर एक निजी सचिव होता है, जो उनका व्यक्तिगत और आधिकारिक शेड्यूल संभालता है. पोप के आवास पर कई घरेलू सहायक, बावर्ची और सुरक्षा अधिकारी भी होते हैं. वैसे पोप की सुरक्षा की जिम्मेदारी वेटिकन गार्ड (Swiss Guard) की होती है. वे उनकी सुरक्षा में 24×7 तैनात रहते हैं. हालांकि पोप फ्रांसिस ने अपने लिए सेवकों की संख्या पहले की तुलना में बहुत कम रखी थी. उनके बेडरूम के बाहर भी केवल दो वेटिकन गार्ड दिन-रात की शिफ्ट में तैनात रहते थे.

सेंट मार्था हाउस का एक कमरा.
मिलती हैं और कौन सी सुविधाएं
पोप के पास वेटिकन सिटी में प्राइवेट गार्डन, लाइब्रेरी, आर्ट गैलरी, हेलीकॉप्टर पैड और अपना प्राइवेट चैपल होता है. वेटिकन बैंक और फार्मेसी जैसी सुविधाएं भी केवल वेटिकन सिटी के लोगों के लिए उपलब्ध हैं. हालांकि पोप फ्रांसिस बहुत सादगीपसंद थे. वह महंगी गाड़ियों की जगह साधारण फिएट या फोर्ड कार का इस्तेमाल करते थे. वह बड़े भोज और शाही खानपान से परहेज रखते थे. पोप फ्रांसिस में पादरियों और अधिकारियों के साथ डाइनिंग हॉल में खाना खाते थे.
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अब कार्डिनल्स उनके उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए सेंट मार्था हाउस या कासा सांता मार्टा में एकत्रित हो रहे हैं. अगला पोप अपने पूर्ववर्ती के मार्ग का अनुसरण करेगा या अपोस्टोलिक पैलेस की भव्य परंपरा की ओर लौटेगा, यह देखना अभी बाकी है. लेकिन फ्रांसिस की विनम्र जीवन शैली ने हमेशा के लिए सेंट पीटर की कुर्सी पर बैठने के अर्थ को बदल दिया है.