

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के प्रेजिडेंट वोलोदिमिर जेलेंस्की।
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को एक बार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर भड़क गए। ट्रंप ने जेलेंस्की पर बरसते हुए उनके ऊपर रूस के साथ चल रहे युद्ध को अनावश्यक रूप से लंबा करने का आरोप लगाया है। ट्रंप का यह बयान जेलेंस्की के उस रुख के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने क्रीमिया को रूस को सौंपने के किसी भी प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। ट्रंप ने जेलेंस्की की नीतियों को ‘मौत के मैदान’ को और बढ़ाने वाला करार दिया, जिससे यूक्रेन में हिंसा और तबाही बढ़ रही है। बता दें कि इससे पहले भी ट्रंप कई मौकों पर जेलेंस्की को लेकर तीखे बयान दे चुके हैं।
क्रीमिया पर 2014 से ही रूस का कब्जा
बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर स्पष्ट किया कि यूक्रेन अपनी क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं करेगा, खासकर क्रीमिया के मामले में। बता दें कि क्रीमिया पर रूस ने 2014 से ही कब्जा किया हुआ है। ट्रंप ने सुझाव दिया कि युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन को क्रीमिया और अन्य विवादित क्षेत्रों को रूस के हवाले कर देना चाहिए। उनके इस बयान की यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने कड़ी आलोचना की है। जेलेंस्की ने ट्रंप के सुझाव को ‘अस्वीकार्य’ बताया और कहा कि यह रूस के आक्रामक रवैये को और बढ़ावा देगा।
ताजा विवाद से वैश्विक कूटनीति में तनाव
दरअसल, यूक्रेन का कहना है कि क्रीमिया उसका अभिन्न हिस्सा है और इसे छोड़ना राष्ट्रीय संप्रभुता के खिलाफ होगा। दूसरी ओर ट्रंप का तर्क है कि युद्ध के कारण हो रही मानवीय और आर्थिक क्षति को रोकने के लिए समझौता जरूरी है। यह विवाद वैश्विक कूटनीति में तनाव को दर्शाता है, जहां एक तरफ यूक्रेन को पश्चिमी देशों से सैन्य और आर्थिक समर्थन मिल रहा है, वहीं ट्रंप जैसे नेता युद्ध को जल्द खत्म करने के लिए रियायतों की वकालत कर रहे हैं। इस बीच, युद्ध के कारण यूक्रेन में हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों की संख्या में विस्थापित हुए हैं।