
Why Pahalgam Called Mini Switzerland: जिस जगह मासूम सैलानियों पर हमला हुआ, उसे मिन स्विटजरलैंड यूं ही नहीं कहा जाता है. पहलगाम का कतरा-कतरा जन्नत की खुशबू से लबरेज है. यहां की कई कहानियां भगवान शिव से जुड़े हुए…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- पहलगाम के बैसरण घाटी का धरती का स्वर्ग कहा जाता है. यहां से जुड़ी कई कहानियां है
- पहलगाम में कई घाटियां हैं. बेताब फिल्म की शूटिंग के कारण एक घाटी का नाम बेताब.
- पहलगाम को गेटवे ऑफ अमरनाथ कहा जाता है. यहां से अमनाथ यात्रा शुरू की जाती है.
Why Pahalgam Called Mini Switzerland: ‘गर फिरदौस बर रूये ज़मी अस्त, अमी अस्तो अमी अस्तो अमी अस्त’. हर कश्मीरी के जुबां पर यह शेर जरूर रहता है. इसका मतलब है कि अगर जमीं पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है यही हैं. मगर आज यह जन्नत खून से लथपथ है. जिस जगह नापाक मंसूबों वाले आतंकियों का हमला हुआ वह जगह तो न सिर्फ हमारे इतिहास बल्कि हमारी आत्मा में बसती है. पहलगाम वो जगह है जहां भगवान शिव अमरनाथ जाते हुए नंदी को यही रहने के लिए कहा था. पहलगाम को बेशक लोग मिनी स्विटजरलैंड कहते हो लेकिन इसकी खुबसूरती स्विटजरलैंड से कहीं ज्यादा है. चाहे आंतकी अपने नापक मंसूबों का कितना भी अंजाम दे दें लेकिन पहलगाम का सौंदर्य वह छीन नहीं सकता. कुछ दिनों बाद ही श्रीनगर तक ट्रेन चलने वाली है. इस जन्नत को बेशक कुछ दिनों के लिए दाग लग गया हो लेकिन यह घाव ज्यादा दिनों तक रहेगा नहीं और यहां की अद्भुत और मनोहारी दृश्य आपको जरूर बुलाएगा. यहां पहलगाव की कुछ खूबसूरत वादियों के बारे में जान लीजिए.
पहलगाव के बारे में
पहलगाव श्रीनगर से महज 92 किलोमीटर की दूरी पर है लेकिन बेहतरीन रोड की मदद से आप यहां सिर्फ डेढ़ घंटे में पहुंच सकते हैं. पहलगाम समंदर से 2740 मीटर ऊपर है. इसकी कुदरती खुबसूरती और यहां का समृद्ध संस्कृति किसी को बरबस अपनी ओर खींच लेती है. यहां का दृश्य हूबहू स्विटजरलैंड की तरह है. या यूं कहे कि स्विटजरलैंड का दृश्य हूबहू पहलगाम की तरह है. ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच कई खूबसूरत घाटियां, देवदार के दरख्त, लिद्दर नदी की झूमती लहरें, चारों ओर वादियों में संगमरमर जैसी बिछी बर्फ की चादरें किसी को भी दीवाना बना सकता है. कोई भी यहां आकर अपना सुध-बुध खो सकता है. यहां की कई पौराणिक कहानियां हैं, जो भगवान शिव, कश्यप ऋषि से जुड़ा हुआ है. यहां भगवान शिव का महालेश्वर मंदिर भी है. यहीं से अमरनाथ यात्रा के लिए लोग पैदल चलना शुरू करते हैं. इसलिए इसे गेटवे ऑफ अमरनाथ कहा जाता है.
पहगाम की मचलने वाली घाटियां
पहलगाम में कई घाटियां हैं. इनमें सबसे फेमस में अरू वेली और बेताब घाटी है. अरू घाटी में वाइल्डलाइफ सेंचुरी भी है जहां कई बेहद खास जीव रहते हैं. यहां से पहलगाम की वादियों को निहारने में मजा आता है. यहां की जैव विविधता कमाल की है जहां कई किस्मों के जीवों का संरक्षण भी किया जाता है. यहां की दूसरी घाटी है बेताब घाटी. बेताब घाटी का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यहां सन्नी देओल और अमृता सिंह की बेताब फिल्म की शूटिंग हुई थी. आज यह बेहद खास टूरिस्ट प्लेस है. दूर तक हरी घास और उसपर बिछी बर्फ की चादरें और चारों ओर देवदार के दरख्त पहलगाम घाटी का सबसे बड़ा आकर्षण है.

पहलगाम.
वैसरण घाटी-जहां हमला हुआ
यहां की घाटियों में सबसे मशहूर बैसरन घाटी है. इसे ही मिनी स्विटजलैंड कहा जाता है. वैसरन घाटी को ही मिनी स्विटजलैंड कहा जाता है. बैसरन बहुत बड़ा घास का मैदान है जो दूर तक फैली है. यह घने देवदार के जंगलों और बर्फ से ढकी पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यह पहलगाम की कुदरती खुबसूरती का आनंद लेने, घुड़सवारी करने और पिकनिक मनाने के लिए एक आदर्श जगह है.
लिडरवाट-पिकनिक स्पॉट
पहलगाम में लिडरवाट को सबसे शांत माना जाता है. यहां बहुत कम लोग रहते हैं और पूरी वादी हरी-भरी है. यहां अंग्रेज लोग पिकनिक मनाने के लिए जाते थे. यहां से सिंध वैली के लिए लोग ट्रैक करना शुरू करते हैं.

लीद्दर वैली.
पहलगाम गोल्फ कोर्स
पहलगाम को गोल्फ कोर्स संभवतः दुनिया का सबसे खुबसूरत गोल्फ कोर्स है. चारों तरफ पहाड़ों और जंगलों से घिरा घास और फूलों की वादियों में ही बसा है यह गोल्फ कोर्स. यह समुंद्रतल से 2400 मीटर उंचाई पर स्थित है.

पहलगाम.
पंचतरनी
पंचतरनी में सबसे अधिक विहंगम दृश्यों को देखा जा सकता है. यह अमरनाथ मार्ग के रास्ते में पड़ता है. अमरनाथ यात्रियों के लिए यह पड़ाव स्थल है. इसकी घाटियां पूरी तरह से बर्फ से ढकी रहती है. पंचतरनी कुदरती खुबसूरती के लिए जानी जाती है.
चंदनवाड़ी
चंदनवाड़ी की खुबसूरत वादियों में लिद्दर नदी के साथ भुल-भुलैया है जहां दोनों तरफ प्राचीन पहाड़ों के बीच से लिद्दर नदी बहती है.चंदनवाड़ी पिकनिक स्पॉट के लिए आइडियल जगह है. यहां दूर तक बर्फ की चादरें बिछी रहत है जहां लोग स्नो स्कीइंग करते हैं.