
हालांकि, अब बिरंज की अहमियत को समझते हुए इसे लोगों तक आसानी से पहुंचाने के लिए एक रेस्टोरेंट खुल गया है, जहां पर बिरंज आसानी से उपलब्ध है. यह व्यंजन खास तौर पर भूमिहार समाज के लोगों की पहली पसंद थी. शादी-ब्याह में बिरंज परोसना शान का प्रतीक माना जाता था.
बिरंज बनाने में लगने वाला सामान
बिरंज बनाने में चावल, मसाले, ड्राई फ्रूट्स और मेवा का इस्तेमाल होता है. जितनी मात्रा चावल की होती है, उतनी ही मात्रा मेवा की होती है. इसे गाय के शुद्ध घी में ही तैयार किया जाता है. जिस बर्तन में इसे बनाया जाता है, वह भी शुद्ध होता है. मसाले का अर्क भी तैयार किया जाता है, जिसमें कई प्रकार की जड़ी-बूटियों का समागम होता है. बनने के बाद बिरंज का रंग लाल जैसा होता है. इसे तैयार करने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है. जानकारी के अनुसार, इसका अर्क बहुत शक्तिशाली होता है.
निर्माण स्थल में महिलाओं का प्रवेश वर्जित
एक समय था जब बिरंज किसी खास वर्ग में बनाया जाता था और उसमें बहुत शुद्धता बरती जाती थी. मेहनत और शुद्धता की वजह से ही लोग शादी-ब्याह के रस्म में इसे तैयार करते थे. लेकिन अब घरों में जन्मदिन के अवसर पर भी इसे बनाया जाता है. बताया जाता है कि जहां यह व्यंजन तैयार होता है, वहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित होता है. इसे तैयार करने वाले व्यक्ति शुद्धता का पूरा ख्याल रखते हैं.
जहानाबाद में यहां मिलता है बिरंज
जहानाबाद में बहुत पहले से ही इस व्यंजन का निर्माण होता आ रहा है. हालांकि, अब एक रेस्टोरेंट खुल गया है, जिसमें बिरंज आसानी से उपलब्ध हैं. यह रेस्टोरेंट जिला मुख्यालय में राजा बाजार में है. यहां पर भी बहुत शुद्धता के साथ बिरंज तैयार होता है. रेस्टोरेंट के संचालक प्रभात कुमार बताते हैं कि हमारे यहां 8 महीने पहले इसका उद्घाटन हुआ था, जिसका मकसद मगध की शान बिरंज को फिर से लोकप्रिय बनाना है. कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा जहानाबाद आए थे और उन्होंने भी इस व्यंजन का स्वाद चखा था और बहुत तारीफ की थी.
दूर-दूर से स्वाद लेने पहुंचते हैं लोग
यहां पर अक्सर बिरंज का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. इस व्यंजन का लुत्फ उठा रहे लोगों ने कहा कि इसका स्वाद लेने के लिए यहां आए हैं. इसका स्वाद इतना अच्छा होता है कि खाते ही मजा आ जाता है. प्लेट से एक-एक दाना खाली हो जाता है. इसकी खुशबू और स्वाद मन मोहक होते हैं. बिरंज विहार रेस्टोरेंट के संचालक ने बताया कि अब तक बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. हम किलो के हिसाब से बेचते हैं. एक किलो की कीमत 600 रुपए है. हालांकि, एक किलो में 5 से 6 लोग खा सकते हैं.