
भारत की घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपनी होल्डिंग कंपनी को सिंगापुर से भारत ट्रांसफर करने का ऐलान किया है, और इसकी खास वजह बताई है. अटकलें लगाई जा रही है कि कंपनी आईपीओ लाने के लिए ऐसा कर रही है.

- फ्लिपकार्ट ने हेडक्वार्टर सिंगापुर से भारत ट्रांसफर करने का ऐलान किया.
- कंपनी आईपीओ लाने की कोशिशों के तहत यह कदम उठा रही है.
- कंपनी ने कहा- भारत में डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए फैसला लिया.
नई दिल्ली. वॉलमार्ट समूह की ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने कहा कि वह अपना हेडक्वार्टर सिंगापुर से भारत में स्थापित करेगी. कंपनी के इस कदम को देश में उसके संभावित आईपीओ लाने की कोशिशों के रूप में देखा जा सकता है. वर्तमान में, फ्लिपकार्ट का मुख्यालय सिंगापुर में है. कंपनी ने बयान में कहा, “भारत में स्थित और यहीं से ऑपरेशन करने वाली भारत की घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपनी होल्डिंग कंपनी को सिंगापुर से भारत ट्रांसफर करने का इरादा जाहिर किया है.” बयान के अनुसार, “यह कदम एक स्वाभाविक विकास का प्रतिनिधित्व करता है, जो हमारे होल्डिंग ढांचे को हमारे मुख्य परिचालनों, भारतीय अर्थव्यवस्था की विशाल क्षमता और भारत में डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रौद्योगिकी और नवाचार-संचालित क्षमताओं के साथ मेल खाता है.”
सिंगापुर में क्यों रहा फ्लिपकार्ट का हेड ऑफिस
कई लोगों के मन में यह सवाल हो सकता है कि फ्लिपकार्ट एक भारतीय कंपनी है लेकिन इसका हेड ऑफिस सिंगापुर में क्यों रहा. इसका जवाब है टैक्स से जुड़ा फायदा. दरअसल, सिंगापुर एक “टैक्स हेवन” की तरह है यहां कंपनियों को कम कर देना पड़ता है. इसके अलावा, स्पष्ट और स्थिर टैक्स कानूनों के चलते सिंगापुर में विदेशी निवेशकों को पैसा लगाना आसान लगता है.
फ्लिपकार्ट भारत में सार्वजनिक सूचीबद्धता के लिए विचार कर रही है. कंपनी ने कहा, “भारत में जन्मी और विकास करने वाली कंपनी के रूप में, यह बदलाव हमारे ग्राहकों, विक्रेताओं, भागीदारों और समुदायों की सेवा करने में हमारे ध्यान और तत्परता को और बढ़ाएगा, ताकि देश की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और उद्यमिता में योगदान जारी रखा जा सके.”
(भाषा से इनपुट के साथ)