
आईपीएल 2025 का 36वां मुकाबला राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला गाय था। इस रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को 2 रन से हार झेलनी पड़ी लेकिन इस हार से ज्यादा चर्चा में है इस हार के पीछे का विवाद। दरअसल, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की तदर्थ समिति के संयोजक जयदीप बिहानी ने इस हार को संदिग्ध करार देते हुए राजस्थान रॉयल्स पर मैच फिक्सिंग का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
181 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत बेहतरीन रही। यशस्वी जायसवाल (74 रन) और 14 साल के वैभव सूर्यवंशी (34 रन) ने पहले विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की। आखिरी तीन ओवरों में केवल 25 रन चाहिए थे और टीम के पास 8 विकेट बाकी थे। आखिरी ओवर में 9 रन की जरूरत थी, लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज आवेश खान ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से खेल का रुख ही मोड दिया। राजस्थान 178 रनों पर सिमट गई और 2 रन से मैच गंवा बैठी।
ये हार राजस्थान के लिए चौंकाने वाली थी क्योंकि घरेलू मैदान पर इतने करीबी मुकाबले में जीत की उम्मीदें बहुत ज्याद थीं। लेकिन इस हार ने सवालों का एक ऐसा तूफान खड़ा किया कि हर क्रिकेट प्रेमी सकते में आ गया।
RCA के संयोजनक का गंभीर आरोप
जयदीप बिहानी ने न्यूज 18 राजस्थान को दिए एक इंटरव्यू में राजस्थान रॉजस्थान की इस हार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा अपने घरेलू मैदान पर आखिरी ओवर में सिर्फ 9 रन चाहिए थे फिर भी हार गए। ये समझ से परे है और कुछ तो गड़बड़ है। बिहारी ने राजस्थान रॉयल्स के इतिहास का जिक्र करते हुए याद दिलाया है कि 2013 में टीम के कुछ खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग में फंस थे। इसके अलावा फ्रेंचाइजी के मालिक राज कुंद्रा पर सट्टेबाजी के आरोप लगाए थे। जिसके चलते राजस्थान रॉयल्स को 2016 और 2017 के आईपीएल सीजन से निलंबित कर दिया गया था।
बिहानी ने इस हार की जांच की मांग की है। उन्होंने बीसीसीआई और अन्य जांच एजेंसियों से इस मामले की गहराई से पड़ताल करने का आग्रह किया। उनका कहना है कि ऐसी हार न केवल टीम की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाती है बल्कि राजस्थान रॉयल्स के युवा क्रिकेटरों के मनोबल पर भी बुरा असर डालती है।
बिहानी ने अपने साक्षात्कार में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को आईपीएल आयोजन से दूर रखने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बताया कि RCA को राज्य सरकार ने तदर्थ समिति के रूप में नियुक्त किया था और इस दौरान सभी स्तरों पर क्रिकेट प्रतियोगिताएं सफलतापूर्वक आयोजित की गईं लेकिन आईपीएल के आयोजन के समय, राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल ने स्टेडियम का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।