
Special Chutney Of Ballia: हर जगह के भोजन की कुछ विशेषताएं होती हैं जैसेे बलिया की इस चटनी को ही ले लें. ये कच्चे आम से तैयार होती है और यहां इसे इतना पसंद किया जाता है कि कोई आयोजन बिना इसके पूरा नहीं होता.

विशेष और परंपरागत चटनी…
- बलिया की खटमिठवा चटनी कच्चे आम से बनती है.
- हर छोटे-बड़े आयोजन में कच्चे आम की ये चटनी बनाई जाती है.
- यह चटनी एक सप्ताह तक खराब नहीं होती.
Special Chutney Of Ballia: आपने तमाम प्रकार की चटनियों का स्वाद जरूर लिया होगा, लेकिन आज हम आपको जिस पारंपरिक चटनी के बारे में बताने जा रहे हैं, उसका कोई जवाब नहीं है. इसकी कई खासियतें इस चटनी को विशेष बनाती हैं. इसका नाम सुनते ही स्वाद के शौकीनों के मुंह में पानी आ जाता है. इसे ‘खटमिठवा’ के नाम से जाना जाता है. बलिया में छोटे-बड़े आयोजनों में बड़ी पूड़ी बनाने की परंपरा है, जिसके साथ इस चटनी का मज़ा ही कुछ और होता है. यह चटनी छोटे-छोटे आम (टिकोड़ा) से बनाई जाती है. आइए जानते हैं रेसिपी.
छोटे आमों से तैयार होती है ये चटनी
बलिया शहर निवासी बुजुर्ग डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि इन दिनों आम के पेड़ पर मंजर आने के बाद छोटे-छोटे फल आ गए हैं. इन्हें छोटा आम या टिकोड़ा कहा जाता है. हर मायने में इनका स्वाद लाजवाब होता है. इन छोटे आमों से कई तरह के व्यंजन भी बनाए जाते हैं. इन्हीं से बनने वाली खट्टी-मीठी चटनी बहुत पारंपरिक है. इसे ही इधर ‘खटमिठवा’ कहा जाता है.
कैसे बनती है
कच्चे आम यानी टिकोड़ा की चटनी बनाने के लिए कड़ाही की जरूरत होती है. सबसे पहले छोटे आमों के छिलके उतारे जाते हैं. फिर इन्हें चाकू से लंबाई में काट लिया जाता है. इसके बाद कड़ाही में तेल डालकर धीमी आंच पर गर्म करें और उसमें मेथी दाना, सौंफ और जीरा डालकर हल्का भून लें. 10-15 सेकंड बाद इसमें कच्चे आम के टुकड़े डालें और लगभग 4 मिनट तक पकने दें.
फिर धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, हल्दी और लाल मिर्च पाउडर डालकर मिलाएं. इसके बाद आधा गिलास पानी डालकर कड़ाही को ढक दें ताकि अच्छी तरह पक जाए. अंत में इसमें छोटे-छोटे गुड़ के टुकड़े डालें. गुड़ के पिघल जाने के बाद इसमें काला नमक और स्वादानुसार नमक मिलाएं. अब इसे पूरी तरह पकने दें. इस चटनी के स्वाद के सामने बाकी चीज़ें फीकी लगेंगी.
हर छोटे-बड़े कार्यक्रम में बनती है ये खास चटनी
यह चटनी मौसम के अनुसार पारंपरिक तरीके से तैयार की जाती है. मुंडन, तिलक, विवाह, ब्रह्मभोज आदि तमाम बड़े आयोजनों में यह चटनी बनाई जाती है. लोग बड़े चाव से इसे खाते हैं. खासतौर पर इधर बनने वाली बड़ी पूड़ी के साथ इसका स्वाद दोगुना हो जाता है. यह चटनी लगभग एक सप्ताह तक खराब नहीं होती. कुछ लोग इसमें ड्राय फ्रूट्स भी डालते हैं, जिससे ये रिच भी हो जाती है.