
फ्रांस के टोनेरी गांव में स्थित फॉसे दीयोन कुआं सदियों से रहस्य और आकर्षण का केंद्र है. कई गोताखोरों की मौत के बावजूद इसका जलस्रोत अब तक अनसुलझा है. 2019 में पियरे-एरिक डेज़ेन भी असफल रहे.

हाइलाइट्स
- फ्रांस के टोनेरी गांव में रहस्यमयी फॉसे दीयोन कुआं है.
- कई गोताखोरों की मौत के बावजूद कुएं का जलस्रोत अनसुलझा है.
- 2019 में पियरे-एरिक डेज़ेन भी कुएं के स्रोत तक नहीं पहुंच पाए.
फ्रांस के एक गांव टोनेरी में एक रहस्यमयी कुआं है, जिसमें सदियों से लगातार ही लबालब पानी भरा रहता है. इस कुएं का नाम फॉसे दीयोन है, जिसका फ्रेंच में अर्थ होता है कि ‘पवित्र खड्डा’… लोगों के इसे पवित्र मानने की वजह भी है. यह प्राचीन कुआं पिछले कई शताब्दियों से रहस्य और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
बताया जाता है कि एक झरने से लगातार ही पानी बहा करता था. ऐसे में 18वीं सदी में फ्रांसीसी लोगों ने इसके चारों ओर दीवार खड़ी करके इसे कुएं की शक्ल दे दी. हालांकि, सदियों से लोगों के मन में जिज्ञासा बनी रही कि आखिर इस कुएं के नीचे क्या है. किंवदंतियों में कहा गया कि यह किसी दूसरी दुनिया का द्वार हो सकता है या इसके अंदर कोई भयंकर जीव छिपा हो.
कई लोगों की हुई मौत
ऐसे में कई लोगों ने इसके अंदर गोता लगाने की कोशिश की. बताया जाता है कि पहली बार 1908 में इसके अंदर गोता लगाने की कोशिश की गई, लेकिन उस समय उपकरणों की कमी के कारण गोताखोर ज्यादा गहराई तक नहीं जा सके. फिर 1955 और 1962 में भी की गई कोशिशें भी असफल रहीं.
1963 में एक और टीम ने गहराई में इसके अंदर उतरने की कोशिश की, लेकिन दो गोताखोरों की मौत हो गई. फिर 1974 में दो पेशेवर गोताखोर अंदर गए और फिर कभी वापस नहीं आए. उनके शव तक नहीं मिल पाए. 1996 में एक और गोताखोर की मौत के बाद इस रहस्यमयी कुएं में गोता लगाने पर 20 वर्षों तक प्रतिबंध लगा दिया गया.
पानी का स्रोत अब तक रहस्य
2019 में पहली बार एक अनुभवी गोताखोर पियरे-एरिक डेज़ेन ने कुएं के अंदर 370 मीटर की दूरी तय की, लेकिन वह भी इस झरने के स्रोत तक नहीं पहुंच पाए.
अब तक फॉसे दीयोन के जलस्रोत का रहस्य अनसुलझा है. इसकी भूमिगत भूलभुलैया जैसी सुरंगें, जिनमें कई लोगों की जानें जा चुकी हैं, आज भी मानचित्र पर अधूरी बनी हुई हैं.