
सरकारी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल ने 8,346.24 करोड़ रुपये के बैंक लोन में डिफॉल्ट किया है। कंपनी ने 7 सरकारी बैंकों से यह लोन लिया था। कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी है। घाटे वाली इस सरकारी टेलीकॉम कंपनी की कुल कर्ज देनदारी 31 मार्च 2025 तक 33,568 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। शनिवार को हुई एक रेगुलेटरी फाइलिंग से यह जानकारी मिली है।
इन बैंकों से लिया था कर्ज
बैंक द्वारा किये गए कुल लोन डिफॉल्ट में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के 3,633.42 करोड़ रुपये, इंडियन ओवरसीज बैंक के 2,374.49 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया के 1077.34 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक के 464.26 करोड़ रुपये, एसबीआई के 350.05 करोड़ रुपये, यूको बैंक के 266.30 करोड़ रुपये और मूलधन और ब्याज भुगतान सहित 180.3 करोड़ रुपये शामिल हैं। लोन पेमेंट में यह डिफॉल्ट अगस्त 2024 से फरवरी 2025 के बीच हुआ है।
कर्ज में यह रकम है शामिल
कंपनी पर कुल बकाया कर्ज में 8,346 करोड़ रुपये का बैंक कर्ज, 24,071 करोड़ रुपये की सॉवरेन गारंटी (SG), बॉन्ड और एसजी बॉन्ड ब्याज का भुगतान करने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) से 1,151 करोड़ रुपये का लोन शामिल हैं।
शेयर का हाल
महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड यानी एमटीएनएल का शेयर पिछले हफ्ते गिरावट के साथ बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 0.16 फीसदी या 0.07 रुपये की गिरावट के साथ 43.85 रुपये पर बंद हुआ। इस शेयर का 52 वीक हाई 101.88 रुपये है। वहीं, 52 वीक लो 32.70 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 2,762.55 करोड़ रुपये है।