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मुर्शिदाबाद में 11 अप्रैल को वक्फ कानून के विरोध में मुस्लिम समाज ने प्रदर्शन किया था। इसी दौरान हिंसा भड़की थी।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में केंद्रीय बलों की तैनाती जारी रखने पर गुरुवार को आदेश सुरक्षित रख लिया। हाईकोर्ट ने सुझाव दिया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, पश्चिम बंगाल राज्य मानवाधिकार आयोग और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से एक-एक सदस्य वाला पैनल हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करे।
जस्टिस सौमेन सेन और जस्टिस राजा बसु चौधरी की बेंच नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। केंद्र की ओर से पेश हुए वकील ने संवेदनशीलता को देखते हुए मुर्शिदाबाद में सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) की तैनाती बढ़ाने की मांग रखी।
जिले के सुती और समसेरगंज-धुलियान के अशांत इलाकों में फिलहाल केंद्रीय बलों की करीब 17 कंपनियां तैनात हैं। एक याचिका में हिंसा से विस्थापित लोगों की उनके घरों में वापसी के लिए राज्य सरकार की तरफ से कदम उठाए जाने का अपील की।
कोर्ट में अपनी दलील पेश करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक रिपोर्ट पेश की और दावा किया कि मुर्शिदाबाद में कानून-व्यवस्था की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। राज्य ने यह भी कहा कि कुछ प्रभावित परिवार पहले ही अपने घरों को लौट चुके हैं।
इधर, बंगाल पुलिस ने जाफराबाद में हिंसक प्रदर्शन के दौरान पिता-पुत्र की हत्या करने वाले मास्टरमाइंड में से एक को गिरफ्तार किया है। आरोपी इंजामुल हक को बुधवार देर रात जिले के सुती से गिरफ्तार किया गया।

हरगोबिंदो दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) को भीड़ ने उनके घर के सामने मार डाला था।
इलाके की बिजली काटी, सीसीटीवी भी तोड़े
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने बताया कि इंजामुल न केवल हत्या की योजना बनाने में शामिल था, बल्कि उसने इलाके में बिजली आपूर्ति बाधित करके और सीसीटीवी कैमरों को नष्ट करके सबूतों से छेड़छाड़ करने का अपराध भी किया।
पुलिस ने इसी हफ्ते हत्या के सिलसिले में दो भाइयों, कालू नवाब और दिलदार नवाब को गिरफ्तार किया था। कालू को भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सुती में एक गांव से गिरफ्तार किया गया, जबकि दिलदार को झारखंड सीमा के पास बीरभूम के मुराराई से उठाया गया।
राज्य पुलिस ने मुर्शिदाबाद के डीआईजी सैयद वकार रजा के नेतृत्व में 11 सदस्यों वाली SIT भी बनाई है। जो जिले में इस और अन्य हिंसा के मामलों की जांच करेगी।
दंगों के सिलसिले में अब तक जिले भर में 278 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिछले चार दिनों में हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है। प्रभावित इलाकों में धीरे-धीरे सामान्य स्थिति लौट रही है। घरों से भागे 85 परिवार अब वापस आ गए हैं।
आज मुर्शिदाबाद जाएंगे राज्यपाल आनंद बोस
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस शुक्रवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय दौरे पर मालदा और मुर्शिदाबाद के शरणार्थी शिविरों और दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे, उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दौरे को कुछ और दिनों के लिए टालने के अनुरोध को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा- अगर शांति बहाल होती है, तो मुझे बहुत खुशी होगी। एक बार जब मुझे एहसास हो जाएगा कि शांति बहाल हो गई है, तभी मुझे सुकून मिलेगा और उसी के अनुसार अपनी रिपोर्ट दूंगा।
हिंसा की जांच के लिए NCW ने कमेटी बनाई
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मुर्शिदाबाद में हुई हालिया हिंसा की जांच के लिए एक जांच कमेटी बनाई है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर खुद हिंसा-प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी और पीड़ितों से मुलाकात करेंगी। NCW ने यह भी कहा है कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।
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