
India On US Tariff: केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वैश्विक राजनीतिक और ट्रंप की ओर से लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों रोकने के मुद्दों पर बात की. इटली-इंडिया बिजनेस, साइंस और टेक्नोलॉजी फोरम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत कभी भी बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं करेगा और न ही वह अपने लोगों के हित में किसी भी मुद्दे पर जल्दबाजी में कोई समझौता करेगा.
‘हम कभी भी बंदूक की नोंक पर बात नहीं करते’
टैरिफ पर डोनाल्ड ट्रंप के कदम को भारत और अमेरिका के लिए द्विपक्षीय व्यापार समझौते को तेजी से पूरा करने के लिए एक सीमित अवसर के रूप में देखा जा रहा है, जिस पर वर्तमान में दोनों पक्ष बातचीत कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “हम हमेशा भारत को सबसे पहले रखेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि इस भावना को ध्यान में रखते हुए ही किसी डील को अंतिम रूप दिया जाए. जब तक हम अपने देश और अपने लोगों के हितों को सुरक्षित नहीं कर लेते, तब तक हम (किसी भी सौदे में) जल्दबाजी नहीं करते हैं. हम कभी भी बंदूक की नोंक पर बात नहीं करते.”
भारत और यूरोपीय संघ को लेकर पीयूष गोयल का बयान
इस वार्ता में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और दुनिया भर के कई अन्य देशों के साथ भारत की व्यापार वार्ता किस तरह आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि व्यापार वार्ता तभी आगे बढ़ती है, जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की चिंताओं और आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील होते हैं. उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच एफटीए को तेजी से पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है.”
आर्थिक गतिविधियों के इस्तेमाल पर बोले एस जयशंकर
इसी फोरम के अन्य मंच पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आर्थिक गतिविधियों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि भारत समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि भरोसेमंद साझेदारी बनाई जा सके. विदेश मंत्री ने आगे कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापार समझौता बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है. उन्होंने कहा, “जिस तरह अमेरिका का भारत के बारे में एक नजरिया है, उसी तरह भारत का भी अमेरिका के बारे में एक नजरिया है.”
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