
वॉशिंगटन5 मिनट पहले
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अमेरिकी राष्ट्रपति के रेसिप्रोकल टैरिफ के ऐलान के बाद आज अमेरिकी शेयर बाजार का इंडेक्स डाउ जोन्स करीब 1,400 अंक या 3% गिरकर 40,800 के स्तर पर आ गया है।
वहीं S&P 500 इंडेक्स में करीब 220 अंक या 4% की गिरावट है। ये 5,450 के स्तर पर है। नैस्डेक कंपोजिट सबसे ज्यादा 860 अंक या 5% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
नाइकी, एपल और टेस्ला जैसी कंपनियों के शेयर 10% तक टूटे
एपल का शेयर 8% टूटा है। ये 206 डॉलर के करीब कारोबार कर रहा है। टेस्ला के शेयर में भी करीब 6% की गिरावट है। वहीं नाइकी, बोइंग, अमेरिकन एक्सप्रेस, अमेजन और एनवीडिया जैसी कंपनियों के शेयर भी 7-10% तक नीचे हैं।
अमेरिकी बाजार में गिरावट के कारण
- कंपनियों का मुनाफा कम होने का डर: अमेरिका ने सभी आयातित सामानों पर 10% न्यूनतम टैरिफ और कुछ देशों (जैसे चीन पर 34%, वियतनाम पर 46%) पर इससे भी ज्यादा शुल्क लगाने का ऐलान किया है। इससे वहां से आने वाले सामानों की कीमत बढ़ जाएगी। इससे कंपनियों की लागत बढ़ेगी, जिसका असर उनके मुनाफे पर पड़ेगा। मुनाफा कम होने की आशंका से निवेशकों ने शेयर बेचना शुरू कर दिया है, जिससे बाजार में गिरावट है।
- ग्लोबल ट्रेड वॉर का डर: अमेरिकी की ओर से टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद दूसरे देश भी जवाबी टैरिफ लगा सकते हैं। मिसाल के तौर पर, अगर भारत पर 27% टैरिफ लगा है, तो भारत भी अमेरिकी सामानों पर शुल्क बढ़ा सकता है। इससे ग्लोबल ट्रेड में रुकावट आ सकती है, जिससे सप्लाई चेन प्रभावित होगी। इस अनिश्चितता से निवेशक घबरा गए है और उन्होंने शेयर बाजार से पैसा निकालना शुरू कर दिया है।
- इकोनॉमिक स्लोडाउन की चिंता: टैरिफ से सामान महंगा होने पर लोग कम खरीदारी करेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है। साथ ही, मांग कम होने से कच्चे तेल की कीमतें भी गिरीं है (अमेरिकी क्रूड $69.63 प्रति बैरल)। ये कमजोरी इकोनॉमिक एक्टिविटी संकेत है। इससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया है और बाजार में गिरावट तेज हुई है।
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