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दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादले के विरोध में वहां के वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की अपील की है.

इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील हड़ताल करेंगे. (Image:PTI)
प्रयागराज. इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के जस्टिस यशवंत वर्मा को वापस इलाहाबाद हाईकोर्ट में भेजने के फैसले के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. जस्टिस यशवंत वर्मा दिल्ली हाईकोर्ट के जज हैं. जिनके बंगले से होली के दिन कथित तौर पर जली हुई नकदी का ढेर बरामद किया गया था. जस्टिस वर्मा पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश और फिर न्यायाधीश थे. वो 2014 से अक्टूबर 2021 में दिल्ली तबादला होने तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्यरत थे.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील समुदाय ने जस्टिस यशवंत वर्मा का वापस इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला करने का विरोध करते हुए हड़ताल शुरू कर दी है. ये हड़ताल 24 मार्च से अनिश्चितकालीन वक्त तक होगी. यह कार्रवाई 14 मार्च को आग लगने की घटना के बाद न्यायमूर्ति वर्मा के दिल्ली आवास पर बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के बाद की गई है.
न्यायमूर्ति वर्मा कथित तौर पर अपने आधिकारिक आवास पर आग लगने के दौरान शहर से बाहर थे. कथित तौर पर पहले आग बुझाने वालों को स्टोररूम में नकदी के ढेर मिले, जिनमें से कुछ जली हुई थीं. इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने उनके मूल न्यायालय में वापस स्थानांतरण की सिफारिश की. 20 और 24 मार्च, 2025 को बैठकों के दौरान इस कदम को औपचारिक रूप दिया गया.
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इलाहाबाद उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने इस स्थानांतरण का कड़ा विरोध किया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि ‘मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया गया है कि न्यायमूर्ति वर्मा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित न किया जाए… कोई भी न्यायालय कूड़ा फेंकने का स्थान नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जांच पूरी होने तक न्यायमूर्ति वर्मा को सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में दिल्ली में रहना चाहिए और जनता का विश्वास बहाल करने के लिए उनके सभी निर्णयों की समीक्षा करने का आह्वान किया.’