
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने उनके बारे में कहा था, ‘वह टीम का बहुत ही लोकप्रिय सदस्य था और हम सभी उसे याद करते हैं.’ द 83 वाट्सअप ग्रुप में टीम के 14 सदस्य और मैनेजर पीआर मान सिंह हैं. भारतीय टीम ने जब रवि शास्त्री के कोच रहते बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती या रोजर बिन्नी बीसीसीआई अध्यक्ष बने या कीर्ति आजाद ने लोकसभा चुनाव जीता, इस ग्रुप पर चर्चा का दौर चला है.
इस बार नहीं हो सका जश्न
गावस्कर ने कहा, ‘हम लगभग हर रोज संपर्क में रहते हैं और आज तो बिल्कुल ही.’ विजय माल्या के यूबी समूह ने 2008 में विश्व कप जीत की 25वीं सालगिरह पर लाडॅर्स पर टीम के सभी सदस्यों के लिए समारोह का आयोजन किया था. फिर 2023 में अडाणी समूह ने 40वीं सालगिरह पर सदस्यों को सम्मानित किया. इस बार गावस्कर और शास्त्री एंडरसन तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए अपनी मीडिया व्यस्तताओं के कारण बाहर हैं और दिलीप वेंगसरकर भी देश में नहीं है तो जश्न नहीं हो सका.
1983 बहुत बड़ी बात थी…
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘हमने इस साल भी जश्न का सोचा था लेकिन सीरीज चालू होने के कारण स्थगित करना पड़ा. दो साल पहले अहमदाबाद में अडाणी समूह ने टीम को सम्मानित किया था.’ भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली ने हाल ही में पीटीआई के एक पॉडकास्ट में कहा था, ‘1983 बहुत बड़ी बात थी. कपिल देव, संधू, मदन लाल, रोजर बिन्नी, संदीप पाटिल को लॉडर्स पर देखना बहुत बड़ी बात थी. इससे हमें क्रिकेट खेलने की प्रेरणा मिली.’
उस जीत से जुड़े कई किस्से क्रिकेट की किवदंतियों में शामिल है. ऐसा कहा जाता रहा है कि कपिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ जब 175 रन की नाबाद पारी खेली थी तब बीबीसी कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से उसकी कोई वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध नहीं है. मशहूर पत्रकार गुलू इजेकील ने हालांकि अपनी किताब ‘मिथ बस्टर्स’ में लिखा कि 18 जून 1983 को बीबीसी ने मैनचेस्टर में इंग्लैंड और पाकिस्तान तथा लॉडर्स पर वेस्टइंडीज और आस्ट्रेलिया के मैच का प्रसारण किया था. बीबीसी को भारत और जिम्बाब्वे का मैच उतना महत्वपूर्ण नहीं लगा.
कपिल के छक्के से टूटी थी घर की खिड़की
टनब्रिज वेल्स पर वह पहला और आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था लेकिन यह मैदान भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है. स्टेडियम के आसपास रहने वालों के पास कपिल देव की एक न एक कहानी जरूर है. एक ब्रिटिश नागरिक ने एक बार बताया था कि उसने जिस मकान मालिक से घर खरीदा था, उसकी एक खिड़की कपिल के छक्के से टूटी थी.
भारत के विश्व कप जीतने के बाद आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे बीसीसीआई ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर से धनराशि जुटाने के लिए एक कन्सर्ट करने का अनुरोध किया. इससे मिली रकम से बीसीसीआई ने टीम के हर सदस्य को दो लाख रुपए दिए थे. बदले में लता जी को भारतीय टीम के किसी भी मैच के दो वीआईपी टिकट मिलते रहे.
मोहिंदर अमरनाथ गोवा में रहते हैं. तृणमूल कांग्रेस के सांसद कीर्ति आजाद आसनसोल और दिल्ली के बीच आते जाते रहते हैं. बिन्नी बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और इन सभी में सबसे कम बोलने वाले शख्स हैं. ये सभी 25 जून 1983 की एक मजबूत डोर से बंधे हैं.
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