एनआईए ने पहलगाम आतंकी हमले की जांच शुरू कर दी है। एजेंसी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच का जिम्मा लिया और चश्मदीदों से पूछताछ शुरू की। जांच एजेंसी पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के आने-जाने के बारे में सुराग जुटाने की कोशिश कर रही है।
एनआईए की टीम में एक पुलिस महानिरीक्षक, एक पुलिस उपमहानिरीक्षक और एक पुलिस अधीक्षक शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि एनआईए की टीमें आतंकवादियों के बारे में सुराग पाने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की गहन जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की मदद से टीमें पूरे इलाके की गहन जांच कर रही हैं ताकि उस आतंकी साजिश का पता लगाया जा सके, जिसके कारण यह भयानक हमला हुआ।
एनआईए की जांच इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 22 अप्रैल को हुए हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 पर्यटक मारे गए थे। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कश्मीर में पर्यटकों की आमद बढ़ रही है और 38 दिवसीय अमरनाथ यात्रा भी 3 जुलाई से शुरू होने वाली है। इसलिए पहलगाम आतंकी हमले की हर पहलू से जांच करना जरूरी है।
एनआईए ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब खुफिया एजेंसियां केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय रूप से सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची तैयार कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, 20 से 40 वर्ष की आयु के ये लोग पाकिस्तान से विदेशी आतंकवादियों को रसद और जमीनी सहायता प्रदान करके सक्रिय रूप से सहायता कर रहे हैं। पहचाने गए आतंकवादी कथित तौर पर तीन प्रमुख पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े हैं। इनमें से तीन हिजबुल मुजाहिदीन से, आठ लश्कर से और तीन जैश से जुड़े हैं। बता दें कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है।
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