कई बार रिश्तों की शुरुआत में बहुत प्यार और पासपन होता है, लेकिन वक्त के साथ कुछ जोड़ियाँ एक-दूसरे से दूर होने लगती हैं। पहले जो बातें रोमांचक लगती थीं, अब वही बोरिंग लगने लगती हैं। इसमें कोई बड़ी गलती नहीं होती, बस लाइफ की भागदौड़, स्ट्रेस, और कम बातचीत की वजह से इमोशनल कनेक्शन धीरे-धीरे कम हो जाता है। इस आर्टिकल में हम समझेंगे कि ऐसा क्यों होता है और कैसे कपल्स फिर से अपने रिश्ते में प्यार और नज़दीकी वापस ला सकते हैं।
रिश्तों में दरार के कारण
विवाह सलाहकार और चिकित्सक रूथ एसुमेह ने एक पोस्ट में उन कारणों का खुलासा किया जो जोड़ों के रिश्ते में दरार पैदा कर सकते हैं। उनके अनुसार, ‘जोड़े अचानक अलग नहीं हो जाते, बल्कि यह धीरे-धीरे होता है, जिसमें आपसी संबंधों में सूक्ष्म बदलाव आते हैं।’ रूथ की इस पोस्ट ने रिश्तों में धीरे-धीरे आने वाली दरार के बारे में महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं।
रिश्तों में आत्मसंतुष्टता: समय के साथ, जोड़े अक्सर एक-दूसरे को हल्के में लेने लगते हैं। वे एक-दूसरे पर ध्यान देना बंद कर देते हैं और पहले जैसा उत्साह नहीं रहता। यह बदलाव धीरे-धीरे होता है, लेकिन इससे दोनों के बीच दूरी बढ़ सकती है और वे अपने प्यार पर सवाल उठाने लगते हैं।
रिश्तों में प्रयास की कमी: जब जोड़े डेटिंग कर रहे होते हैं, तो वे एक-दूसरे को प्रभावित करने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन रिश्ता पक्का होने के बाद, वे अक्सर एक-दूसरे को प्रभावित करने की कोशिश करना बंद कर देते हैं। जबकि रिश्ते में सहजता जरूरी है, एक-दूसरे को प्रभावित करने का प्रयास जारी रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
रिश्तों में बच्चों पर अधिक ध्यान: विवाहित जोड़ों की एक आम गलती यह है कि जब वे अपने रिश्ते में समस्याओं का सामना करते हैं, तो वे अपना सारा ध्यान और प्यार अपने बच्चों पर केंद्रित कर देते हैं। वे अपने बच्चों का इस्तेमाल अपने रिश्ते में प्यार और अंतरंगता की कमी को पूरा करने के लिए करने लगते हैं।
रिश्तों में बातचीत और हंसी की कमी: जोड़े अक्सर एक-दूसरे से दिलचस्प बातें करना और हँसना बंद कर देते हैं। हंसी और मजाक रिश्तों में प्यार और नजदीकी बनाए रखने में मदद करते हैं।
कठिन बातचीत से बचना: जोड़े अक्सर परेशान करने वाले मुद्दों पर बात करने से बचते हैं और कठिन बातचीत को टाल देते हैं। लेकिन सच यह है कि कठिन बातचीत ही रिश्तों में समझ और प्यार बढ़ाने में मदद करती है और दोनों को एक साथ लाती है।
पेशेवर मदद न लेना: शादी या रिश्ते की समस्याओं के लिए पेशेवर मदद या थेरेपी लेना अक्सर लोग नहीं सोचते। कई लोग अपनी शादी पूरी तरह से खराब होने तक मदद नहीं लेते, जो एक बड़ी गलती है।
Source link