म्यांमार और थाईलैंड के बैंकॉक में बेहद तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार में भूकंप के दो बड़े झटके आए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक पहले भूकंप की तीव्रता 7.5 रही, वहीं दूसरा भूकंप 7.0 का आया. भूकंप पर नजर रखने वाली अमेरिकी संस्था भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण USGS की जानकारी के मुताबिक म्यांमार में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर पहले 7.7 रही. ये शक्तिशाली भूकंप म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में आया. इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर है. वहीं बैंकॉक में जो भूकंप आया वो इतना शक्तिशाली था कि गगनचुंबी इमारतों की बिल्डिंग के पूल का पानी भी झरने की तरह नीचे आने लगा है. सोशल मीडिया पर म्यांमार और बैंकॉक के भूकंप के जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उसमें भारी तबाही दिख रही है. हालांकि एनडीटीवी अभी किसी वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा.
यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:50 बजे (0620 GMT) के आसपास सागाइंग शहर से 16 किलोमीटर (10 मील) उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया.
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म्यांमार के अलावा बैंकॉक में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, दफ्तरों और दुकानों को खाली कराया गया. एएफपी के मुताबिक चीन के दक्षिण-पश्चिमी युन्नान में भूकंप महसूस किया गया. बैंकॉक में लोगों ने बताया कि लोग घबराकर सड़कों पर निकल आए और स्विमिंग पूल से पानी निकलने लगा.
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बैंकॉक में भूकंप इतना तेज था कि लोग बुरी तरह सहम गए. लोग ऊंची बिल्डिंग और ऊंची इमारतों से बाहर आ गए. बैंकॉक सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है. भूकंप इतना शक्तिशाली था कि ऊंची इमारतों की ऊंची मंजिलों सहित पूलों से पानी बाहर निकल आया। भूकंप के दौरान इमारतें हिलने लगीं, इसलिए कई लोगों को सुरक्षा के लिए बाहर निकाला गया. भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में, मोनीवा से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में स्थित था.
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सागाइंग फॉल्ट दुनियाभर के तमाम देशों में भूकंप के सबसे बड़े भूकंप आने वाले क्षेत्रों में से एक है, जहां पहले भी कई शक्तिशाली भूकंप आए हैं. म्यांमार के इतिहास में सबसे घातक भूकंप, 23 मई, 1912 को ताउंगगी के पास आया था. जिसकी तीव्रता 7.9 थी, जिससे काफी नुकसान हुआ और लोग हताहत हुए. ये भूकंप स्थानीय समयानुसार 08:48 बजे, ताउंगगी से 21 मील (33 किमी) उत्तर-पश्चिम में आया था, जिससे भारी तबाही हुई
सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है, उसमें कई बिल्डिंग जमींदोज होती दिखाई दे रही है. लोग डर के मारे घरों से बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं. बड़ी-बड़ी बिल्डिंग पलभर में धराशायी हो गई. हालांकि एनडीटीवी इन वीडियो की अभी कोई पुष्टि नहीं कर रहा है.
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, हमारी धरती की सतह मुख्य रूप से सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है. ये प्लेट्स लगातार हरकत करती रहती हैं और अक्सर आपस में टकराती हैं. इस टक्कर की वजह से प्लेट्स के कोने मुड़ सकते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण वे टूट भी सकती हैं. ऐसे में, नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर फैलने का रास्ता खोजती है और यही ऊर्जा जब जमीन के अंदर से बाहर आती है, तो भूकंप आता है.
बिल्डिंग के अंदर
बिल्डिंग से बाहर निकलते समय
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